सर्वश्रेष्ठ फाउंडेशन (Slefs.in) के तत्वावधान मे चलने वाली लाईब्रेरी से अब तक 470 से ज्यादा सरकारी विभागों में जाब लग चुके हैं सर्वश्रेष्ठ लाईब्रेरी में पढ़ने वाली कविता मीना की कहानी बताती है कि समय बदलते देर नहीं लगती। बुरे दौर का हिम्मत और मेहनत से मुकाबला करें तो मुसीबतें खुद ही दूर चली जाती हैं। कविता के पिता गाँव मे खेती बाड़ी करके जीवन यापन करते थे। कमाई इतनी ही थी कि किसी तरह अपना और परिवार का पेट भर सकें। तीन भाई बहनों में सबसे बड़ी थी कविता। जो गंगापुर में किराए के कमरे में रहकर पढ़ाई करती थी। घर परिवार के हालात को ध्यान में रखकर मेहनत करती थी। परिवार की गरीबी हालत को देखकर उन्हें सर्वश्रेष्ठ लाईब्रेरी में फ्री में एडमिशन दिया गया। उनसे फीस नही लेते थे। (अन्य गरीब विद्यार्थियों को लाईब्रेरी में निःशुल्क एडमिशन दिया जाता है)। सरकारी जाब लगने पर ये विधार्थी फाउंडेशन मे सहयोग राशि देते ताकि लाईब्रेरी मे दुसरे बच्चों को सुविधा प्रदान की जा सके !! सच्ची मेहनत और पढ़ाई में लग्न इतनी की सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो जाती लेकिन खराब किस्मत के चलते लास्ट में मेरिट में रह जाती। 2018 से अब तक ntpc, ग्राम विकास अधिकारी, दिल्ली पुलिस जैसी बहुत सी परीक्षाओं में सफलता मिली लेकिन अंत मे मेरिट में रह जाती। लेकिन कहते है ना कि भगवान के घर देर है अंधेर नही। ईश्वर ने आखिर उन्हें उनकी मेहनत का फल दे ही दिया। अब उनका चयन सेकंड ग्रेड टीचर में हुआ है। आज उन्होंने अपने माता पिता का ओर साथ ही साथ सर्वश्रेष्ठ लाईब्रेरी गंगापुर सिटी का नाम रोशन किया है। सर्वश्रेष्ठ फाउंडेशन Slefs.in परिवार की ओर से उन्हें इस सफलता की बहुत बहुत बधाई एवं हार्दिक शुभकामनाएं। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे सभी छात्र छात्राओं को कविता की सफलता से सीख लेनी चाहिए।
एक बार पुनः बहुत बहुत ही शुभकामनाएँ ???????????????????????? सर्वश्रेष्ठ फाउंडेशन टीम
बहुत बहुत शुभकामनाएं
Congratulations ????
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