दोस्तों कल मेरे देश के सबसे कम उम्र 19 साल की उम्र में जम्मू कश्मीर में हुए देश का पहला अग्निवीर शहीद अमृतपाल सिंह की डेडबॉडी पार्थिव शरीर उसके मानसा के गांव कोटली कलां में लेकर आये ,
2 फौजी वो भी सिविल ड्रेस ओर प्राइवेट एम्बुलेंस में छोड़ कर चले गए ।
जो मानसा जिले का गांव कोटली कलां के वासी हैं उन्होंने फ़ौजियों से पूछा के ये शहीद हुए है तो इसको मान सम्मान मिलना चाहिए ।
इस पर फौजी बोले सरकार की नई पॉलिसी के तहत अग्निवीर को शहीद का दर्जा नही मिल सकता । और ना ही सरकार इसको सलामी दे सकती हैं । फिर उसके बाद गाँव वालों ने SSP साहब से बात करके पुलिस से सलामी दिलवाई ।
इसलिए एक्ससर्विस मैन अग्निवीर भर्ती का विरोध कर रहे है ।
अब आप इसको क्या समझ रहे हो । अगर आपको फौजी को शहीद का दर्जा दिलवाना हैं तो शेयर करें और सरकार के खिलाफ आवाज उठाएं